-
282
छात्र -
267
छात्राएं -
34
कर्मचारीशैक्षिक: 25
गैर-शैक्षिक: 9
परिकल्पना
- के. वि. सं. उच्च गुणवत्ता वाले शैक्षिक प्रयासों के माध्यम से उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए अपने छात्रों को ज्ञान/मूल्य प्रदान करने और उनकी प्रतिभा, उत्साह और रचनात्मकता का पोषण करने में विश्वास रखता है।
उद्देश्य
- शिक्षा का एक सामान्य कार्यक्रम प्रदान करके रक्षा और अर्ध-सैन्य कर्मियों सहित स्थानांतरणीय केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करना है।
- स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने और गति निर्धारित करने के लिए।
- केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) आदि जैसे अन्य निकायों के सहयोग से शिक्षा में प्रयोग और नवाचारों को शुरू करना और बढ़ावा देना।
- राष्ट्रीय एकता की भावना का विकास करना और बच्चों में “भारतीयता” की भावना पैदा करना।
विद्यालय के बारे में
उत्पत्ति
केंद्रीय विद्यालय जतोग की शुरुआत सेना के अस्थायी भवन में 15.04.89 को प्राथमिक अनुभाग के साथ हुई, कक्षाओं में वार्षिक वृद्धि हुई। स्कूल को वर्ष 93-94 में दसवीं तक अपग्रेड किया गया और बाद में...
विद्यालय के दृष्टिकोण के बारे में
पीएम श्री के. वि. जतोग उच्च गुणवत्ता वाले शैक्षिक प्रयासों के माध्यम से उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए अपने छात्रों को ज्ञान एवं मूल्य प्रदान करने और उनकी प्रतिभा, उत्साह और रचनात्मकता का पोषण करने में विश्वास रखता है।
विद्यालय के उद्देश्य के बारे में
शिक्षा का एक सामान्य कार्यक्रम प्रदान करके रक्षा और अर्ध-सैन्य कर्मियों सहित स्थानांतरणीय केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करना है। स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने...
संदेश
आयुक्त, निधि पांडे, आईआईएस
शिक्षक दिवस-2024 के अवसर पर समस्त शिक्षक समुदाय को हार्दिकबधाई और शुभकामनाएं!
आज, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी की जयंती के अवसर पर केंद्रीय विद्यालय संगठन देश के सभी शिक्षकों के प्रति अपनी कृतज्ञता और सम्मान व्यक्त करता है। यह आपका अथक समर्पण और अटूट प्रतिबद्धता है, जो देश की भावी पीढ़ी को आकार दे रही है, उनमें ज्ञान, चरित्र और जीवन मूल्यों का संवर्धन कर रही है।
वरुण मित्र
उप आयुक्त, गुरुग्राम संभाग
संदेश तत्कर्म यन्न बंधाय सा विद्या या विमुक्तये। आयासायापरम कर्म विद्यान्या शिल्पनैपुणम।। – श्री विष्णुपुराण अर्थात जो बंधन उत्पन्न न करे वही कर्म है जो मुक्ति का मार्ग प्रशस्त करे वह विद्या है। शेष कर्म परिश्रमरूप है तथा अन्य विद्यायें तो मात्र कला कौशल ही है। भारतीय ऋषि-मुनियों व मनीषियों ने ज्ञान (विद्या) को मनुष्य की मुक्ति का साधन कहा है। मनुष्य को भय, भूख, दुर्विकार , दुष्प्रवृत्तियाँ, दुराचरण, निर्बलता, दीनता व हीनता, रोग, शोक इत्यादि से मुक्ति की अभिलाषा अनंतकाल से है। श्रीविष्णुपुराण का उपरोक्त महावाक्य यही संदेश देता है कि मनुष्य को ज्ञान के द्वारा अपने समस्त क्लेशों से मुक्ति पाने का पुरुषार्थ करना चाहिए । विद्या त्याग और तपस्या का सुफल होता है इसलिए ज्ञान की उपलब्धि सदैव श्रमसाध्य है। आइये, हम सभी अनुशासित होकर, समर्पण भाव से समस्त उपलब्ध साधनों का मर्यादापूर्वक उपभोग करते हुए ज्ञानार्जन का सद्प्रयास करें। अपनी दिनचर्या में उचित आहार , विहार और विचार का समावेश करते हुए व्यक्ति के रूप में प्रकृति प्रदत्त अनंत संभावनाओं को ज्ञान की पवित्र ऊर्जा के आलोक में पल्लवित व पुष्पित करें। हम सभी कृष्ण यजुर्वेद के तैत्रीय उपनिषद के इस सूत्र का प्रतिदिन अपने विद्यालयों में प्रात:कालीन प्रार्थना सभा में सस्वरपाठ करते हैं:- ॐ सह नाववतु सह नौ भुनक्तु, सह वीर्यम करवावहै। तेजस्वि नावधीतमस्तु मा विद्विषावहै, ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः।। आइये, इस सूत्र में छुपे महान संदेश को समझें और अपने जीवन में आत्मसात कर अपना नित्य कर्म करें । मैं, गुरुग्राम संभाग के समस्त प्राचार्यों, शिक्षकों, विद्यार्थियों, अधिकारियों व कार्मिकों को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित करता हूँ और एक सफल व सुखद भविष्य की कामना करता हूँ ।
और पढ़ेंमोहित गुप्ता
प्राचार्य, पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय जतोग
आपमें से एक के ही रूप में, मैं हमारे सामने आने वाले सबसे कठिन और चुनौतीपूर्ण कार्य को समझता हूं और उसकी सराहना करता हूं। एक बच्चे के भाग्य को आकार देना हममें से प्रत्येक के लिए बहुत गर्व की बात है। शिक्षा का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक व्यक्ति में दोहरे सामंजस्य की स्थापना करना है - अपने स्वयं के भीतर सद्भाव और दुनिया में अन्य जीवित प्राणियों के साथ सद्भाव। इसलिए हमारा लक्ष्य हमेशा पाठ्यचर्या और सह-शैक्षिक गतिविधियों के माध्यम से व्यक्तित्व संवर्धन रहा है। शिक्षण एक कैरियर या पेशे से कहीं अधिक है। यह (शिक्षण) एक बच्चे को एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में ढालने और आकार देने की सबसे कठिन जिम्मेदारी है। मुझे यकीन है कि मेरे छात्र समाज के उत्पादक, बुद्धिमान और ईमानदार नागरिक बनेंगे। वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए माता-पिता की सक्रिय भागीदारी और सहयोग अत्यंत आवश्यक होगा। हम उत्कृष्टता के नए आयाम तलाशने के लिए पूरे जोश के साथ प्रयास करते हैं ताकि हमारे छात्र आत्म-संयमी बन सकें और प्रतिस्पर्धा के वर्तमान युग में शानदार प्रदर्शन कर सकें।
और पढ़ेंअद्यतनीकरण
- शाला ध्वनि (अप्रैल-जून 2024)
- केन्द्रीय विद्यालय संगठन में विभिन्न वस्तुओं/सेवाओं की खरीद के लिए GeM बोलियों में खरीदारों के अतिरिक्त नियमों और शर्तों (एटीसी) में GeM अस्वीकरण खंड का अनुपालन सुनिश्चित करने के संबंध में।
- केन्द्रीय विद्यालयों एवं क्षेत्रीय कार्यालयों में कर्मचारियों के व्यक्तिगत दावों ( बाल शिक्षण भत्ता/ यात्रा भत्ता / दैनिक भत्ता / चिकित्सा / पेंशन लाभ ) इत्यादि का समय से भुगतान करने के संबंध में ।
- शिक्षक दिवस-2024 के अवसर पर भारत के माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू का संदेश।
- शिक्षक दिवस-2024 के अवसर पर भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का संदेश।
- शिक्षक दिवस-2024 के अवसर पर माननीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान का संदेश।
- शिक्षक दिवस-2024 के अवसर पर माननीय शिक्षा राज्य मंत्री श्री जयंत चौधरी का संदेश।
- वर्ष 2019 से 2023 के मुख्य पैनल से सीमित विभागीय परीक्षा द्वारा प्राथमिक अध्यापक से मुख्य अध्यापक के पदोन्नति हेतु रीड्रान पैनल
- कार्यालय आदेश - चयनित वेतनमान 2023(स्नातकोत्तर शिक्षक)
- राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2024 के लिए ऑनलाइन आवेदन करने का लिंक (अंतिम तिथि 15.7.2024)
चीजों का अन्वेषण करें
शैक्षणिक योजनाकार
सत्र 2024-25 के लिए गतिविधियों का मासिक कैलेंडर
शैक्षणिक परिणाम
विद्यालय परिणाम विश्लेषण
बाल वाटिका
केंद्रीय विद्यालयों में प्री प्राइमरी शिक्षा
निपुण लक्ष्य
निपुण (नेशनल इनिशिएटिव फॉर प्रवीणता इन रीडिंग विद अंडरस्टैंडिंग एंड न्यूमरेसी),
शैक्षणिक हानि कार्यक्रम का मुआवजा (सीएएलपी)
यह योजना विशेष कक्षाओं के माध्यम से अध्ययन की निरंतरता सुनिश्चित करती है।
अध्ययन सामग्री
केंद्रीय विद्यालय संगठन द्वारा छात्रों को प्रदान की जाने वाली अध्ययन / सहायक सामग्री
कार्यशालाएँ एवं प्रशिक्षण
कार्यशालाओं और प्रशिक्षणों का कार्यक्रम
विद्यार्थी परिषद
विद्यालय विद्यार्थी परिषद
अपने स्कूल को जानें
पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय जतोग का अन्वेषण करें
अटल टिंकरिंग लैब
यह वह जगह है जहाँ छात्रों की रचनात्मकता को पंख मिलते हैं
डिजिटल भाषा लैब
एलएसआरडब्ल्यू (सुनना, बोलना, पढ़ना और लिखना) पद्धति पर आधारित भाषा कौशल
आईसीटी और ई-क्लासरूम
कंप्यूटर लैब और ई-क्लासरूम के साथ आईसीटी बुनियादी ढांचा।
पुस्तकालय
केंद्रीय विद्यालय जतोग पुस्तकालय
प्रयोगशालाएँ - भौतिकी/रसायन विज्ञान/जीवविज्ञान
विद्यालय में पूरी तरह से सुसज्जित प्रयोगशालाएँ हैं
भवन एवं बाला पहल
बाला (लर्निंग एड के रूप में बिल्डिंग)
खेल अवसंरचना (खेल के मैदान)
विद्यालय का खेल अवसंरचना
एसओपी/एनडीएमए
विद्यालय में आपदाओं से निपटने के लिए मानक संचालन प्रक्रियाएँ हैं।
खेल
विद्यालय के खेल आयोजन/सुविधाएँ
एनसीसी/स्काउट एवं गाइड
विद्यालय की स्काउट गाइड गतिविधियाँ
शिक्षा भ्रमण
शैक्षिक भ्रमण छात्रों को सीखने में मदद करते हैं
ओलम्पियाड
छात्रों द्वारा ओलंपियाड में भागीदारी
प्रदर्शनी - एनसीएससी/विज्ञान/आदि
एनसीएससी/विज्ञान प्रदर्शनियों में छात्रों की भागीदारी
एक भारत श्रेष्ठ भारत
ईबीएसबी गतिविधियों को देखने के लिए यहां क्लिक करें
हस्तकला या शिल्पकला
छात्रों द्वारा किया गया कला एवं शिल्प कार्य।
मजेदार दिन
विद्यालय प्रत्येक शनिवार को प्राथमिक विभाग में फनडे / मजेदार दिन आयोजित करता है
युवा संसद
युवा संसद युवाओं को एक मंच प्रदान करती है
पीएम श्री स्कूल
पीएम श्री स्कूल भारत सरकार द्वारा एक केंद्र प्रायोजित योजना है
कौशल शिक्षा
सीबीएसई द्वारा युवा पीढ़ी की दक्षता को उन्नत करने और उन्हें विभिन्न कौशल सिखाने हेतु कोर्स
मार्गदर्शन एवं परामर्श
विद्यालय में समय-समय पर विभिन्न मार्गदर्शन और परामर्श कार्यक्रम किये जाते हैं
सामाजिक सहभागिता
सामुदायिक भागीदारी से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों को देखने के लिए यहां क्लिक करें
विद्यांजलि
विद्यांजलि भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा की गई एक पहल है
प्रकाशन
विद्यालय त्रैमासिक रूप से विभिन्न समाचार पत्र और वार्षिक रूप से विद्यालय पत्रिका प्रकाशित करता है
समाचार पत्र
समाचार पत्र देखने के लिए क्लिक करें
विद्यालय पत्रिका
विद्यालय पत्रिका देखने के लिए यहां क्लिक करें
देखें क्या हो रहा है ?
छात्रों के बारे में समाचार एवं कहानियां तथा विद्यालय में नवाचार
23/08/2024
केवी जतोग कैंट ने 35वीं क्षेत्रीय युवा संसद 2024 में तीसरा स्थान हासिल किया |
22/08/2024
माननीय डीसी शिमला के साथ बैठक
22/08/2024
केवी जतोग के टॉपर्स को हिमाचल प्रदेश के माननीय राज्यपाल द्वारा पुरस्कृत किया गया
उपलब्धियाँ
शिक्षक
विद्यार्थी
नवप्रवर्तन
कला उत्सव
कला उत्सव पुरस्कार वितरण समारोह
पीएम श्री के.वि. जतोग छावनी को कला उत्सव (शिमला क्लस्टर) में समूह गायन में प्रथम स्थान
हमारे विद्यालय टॉपर्स
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा दसवीं एवं बारहवीं
10वीं कक्षा
12वीं कक्षा
परीक्षा परिणाम
सत्र 2023-24
परीक्षार्थी 53 उत्तीर्ण 51
सत्र 2022-23
परीक्षार्थी 51 उत्तीर्ण 51
सत्र 2021-22
परीक्षार्थी 52 उत्तीर्ण 51
सत्र 2020-21
परीक्षार्थी 53 उत्तीर्ण 53
सत्र 2023-24
परीक्षार्थी 45 उत्तीर्ण 45
सत्र 2022-23
परीक्षार्थी 62 उत्तीर्ण 60
सत्र 2021-22
परीक्षार्थी 58 उत्तीर्ण 58
सत्र 2020-21
परीक्षार्थी 46 उत्तीर्ण 46